लद्दाख के मशहूर इंजीनियर और इनवेंटर सोनम वांगचुक (Sonam Wangchuk) अपने गृह प्रदेश के पर्यावरण को बचाने के लिए सांकेतिक अनशन पर बैठे हैं। आमिर खान की चर्चित फिल्म ‘थ्री इडियट्स’ का मुख्य किरदार वांगचुक से ही प्रेरित था। वांगचुक का आरोप है कि लद्दाख प्रशासन उनकी आवाज को दबाना चाहता है, क्योंकि वह पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली विकास परियोजनाओं के विरोध में उपवास कर रहे हैं।
वांगचुक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को टैग करके एक ट्वीट भी किया। इसमें उन्होंने कहा, ‘मैं पर्यावरण को बचाने के लिए सिर्फ उपवास और प्रार्थना कर हूं। फिर भी केंद्रशासित प्रदेश का प्रशासन मुझे परेशान कर रहा है। वह चाहता है कि मैं एक महीने तक कोई बयान न दूं। किसी सार्वजनिक बैठक में हिस्सा न लूं। आखिर यह कितना सही है।’ वांगचुक ने दावा किया कि उन्हें नजरबंद किया गया है और सही मायने में उनकी हालत नजरबंद से भी बदतर है। वहीं, प्रशासन का कहना है कि वांगचुक को सिर्फ माइनस 40 डिग्री तापमान में भूख हड़ताल करने से रोका गया।
पर्यावरण और विकास योजनाओं को लेकर को लेकर यह विवाद उस वक्त हो रहा है, जब उत्तराखंड के जोशीमठ में विकास कार्यों की वजह से कई घरों के दरकने की बात सामने आ रही है।
उपवास क्यों कर रहे हैं सोनम वांगचुक?
सोनम ने पिछले दिनों यूट्यूब पर एक विडियो डाला। इसमें उन्होंने बताया कि विकास के नाम पर लद्दाख के पर्यावरण से खिलवाड़ हो रहा है। उन्होंने विडियो में पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से लद्दाख के बारे में हाई लेवल पर एक्शन लेने की मांग की थी। वांगचुक ने कहा कि मेरी पीएम मोदी से गुजारिश है कि लद्दाख और अन्य हिमालयी क्षेत्रों को औद्योगिक शोषण से बचाएं, क्योंकि यह लद्दाख के लोगों के जीवन पर बुरा असर डालेगा।
उन्होंने विडियो में लद्दाख में पानी की कमी जैसी गंभीर समस्याओं को भी उठाया। उनका कहना था कि हमारे प्रदेश में पानी की इतनी किल्लत है कि लोग 5 लीटर पानी में पूरा दिन गुजार देते हैं। कई लोग तो गंभीर जल संकट के चलते पलायन भी कर रहे हैं। इस सूरत में अगर विकास परियोजनाओं के नाम पर लद्दाख के पर्यावरण से खिलवाड़ जारी रहता है, यहां उद्योग लगते हैं, माइनिंग होती है, तो धूल और धुएं से ग्लेशियर खत्म हो जाएंगे। लद्दाख में ग्लेशियर ही पानी के सबसे बड़े स्रोत हैं।
कश्मीर यूनिवर्सिटी और दूसरे रिसर्च ऑर्गनाइजेशन के हालिया रिसर्च से भी पता चला है कि अगर लद्दाख पर ध्यान नहीं दिया जाता है तो लेह-लद्दाख में दो तिहाई ग्लेशियर समाप्त हो जाएंगे। वांगचुक ने विडियो में पीएम मोदी से अपील करते हुए कहा था, ‘आपका ध्यान इस तरफ ला सकूं, इसके लिए मैं गणतंत्र दिवस से 5 दिन के अनशन पर बैठ रहा हूं। अगर -40° टेम्प्रेचर वाले खार्दुंगला में अनशन के बाद मैं बच गया, तो आपसे फिर मिलूंगा।’
कौन हैं सोनम वांगचुक?
56 साल के सोनम वांगचुक मैकेनिकल इंजीनियर और हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव्स, लद्दाख (HIAL) के निदेशक हैं। उन्हें साल 2018 में प्रतिष्ठित मैगसेसे पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। साल 2009 में आई सुपरहिट फिल्म ‘3 इडियट्स’ का मुख्य किरदार फुनसुख वांगड़ू असल में वांगचुक से ही प्रेरित था। इसे बड़े परदे पर आमिर खान ने निभाया था। था।
वांगचुक अपने अनूठे स्कूल- स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख (SECMOL) की वजह से काफी मशहूर हैं। इसका कैंपस सौर ऊर्जा (solar energy) पर चलता है। यहां खाना पकाने, रोशनी या हीटिंग के लिए जीवाश्म ईंधन यानी पेट्रोल-डीजल या कोयले का इस्तेमाल नहीं होता। उन्होंने साल 1998 में इस स्कूल की नींव रखी। इसका मकसद उन बच्चों को ट्रेनिंग देना था, जिन्हें सिस्टम नामाक करार देता है। साल 1994 में,वांगचुक ने सरकारी स्कूलों की व्यवस्था में सुधार लाने के लिए ऑपरेशन न्यू होप लॉन्च भी किया।